Delhi Election:भाजपा का हरियाणवी दाव, दिल्ली कों फतह करने में जुटे नेता

Delhi Election, Best24News: दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान में अब मात्र तीन दिन का समय शेष रह गया है। आम आदमी पार्टी और उसके सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के हाथों से सत्ता छीननें के लिए भाजपा हाई कमान कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
भाजपा हाई कमान जानता है कि बाहरी दिल्ली की अधिकतर सीटों पर हरियाणा का प्रभाव है वही दिल्ली के 364 गांव में से 225 गांव जाट और गुर्जर बाहुल हैं जो हरियाणा की सीमाओं से लगते हुए हैं। दिल्ली की सीमा यूपी के साथ-साथ हरियाणा से लगाती हुई है।
Delhi Election: दिल्ली से हरियाणा की 152 किलोमीटर की सीमा लगती है। बता दे कि फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर व सोनीपत की सीमा दिल्ली से लगाती हुई है जिसका पूरा प्रभाव दिल्ली पर पड़ता है। मतदान की घड़ी नजदीक आते ही भाजपा ने कूटनीतिक तरीके से चुनाव का रुख अपनी और मोड़ने के लिए हरियाणा के नेताओं को आगे कर दिया।
हरियाणा के नेताओ ने दिल्ली में डाला डेरा: राजनीतिक मजबूरी के चलते भले ही भाजपा गत विधानसभा चुनाव में पूर्व मंत्री डॉ बनवारी लाल को टिकट नहीं दे पाई हो, परंतु संगठन का उन पर पूरा भरोसा अभी भी कायम है। डॉ बनवारी लाल करीब एक माह से दिल्ली में स्टार प्रचारक के रूप में कार्य कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं, उस सीट को हॉट सीट माना जा रहा है। इस सीट को जीतने की जिम्मेदारी एक माह पूर्व ही डॉ बनवारी लाल को सोपी जा चुकी है। डॉ बनवारी लाल का संगठन में लगातार रुतबा बढ़ता जा रहा है।
इस हॉट सीट के साथ-साथ दिल्ली के एससी वोटरों को भी पार्टी की ओर मोड़ने की जिम्मेदारी भी डॉ बनवारी लाल को सौपी गई है। डॉ बनवारी लाल भी पार्टी के भरोसे को कायम रखने के लिए करीब एक माह से दिल्ली में ही डटे हुए हैं। अक्सर डॉ बनवारी लाल लगातार संगठन के बड़े नेताओं के साथ लगातार कूटनीतिक रणनीति बनाने में व्यस्त रहते हैं।
Delhi Election: दिल्ली के वोटरों की साधने की जिम्मेदारी: दिल्ली की सत्ता छीनने के लिए भाजपा हाई कमान ने इस बार हरियाणवी दाव खेला है। अरविंद केजरीवाल खुद हरियाणा के हैं और पिछले 10 वर्षों से यही उनकी ताकत है। इस बार कूटनीतिक व रणनीति के तहत भाजपा ने पूरा चुनाव हरियाणा के साथ लाकर खड़ा कर दिया है।
दिल्ली की तमाम जातियों को साधने के लिए 32 दिग्गज नेताओं की फौज दिल्ली में उतार दी है। पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर व प्रदेश के पूर्व मंत्री ओपी धनखड़ इस बार दिल्ली के चुनाव में अपना जलवा दिखा रहे हैं।Delhi Election
उल्टा पड़ सकता है केजरीवाल का दाव:
जिस प्रकार से केजरीवाल ने हरियाणा पर यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप लगाया है उससे दिल्ली और हरियाणा आमने-सामने आकर खड़े हो गए हैं। दिल्ली में प्रदूषण, हरियाणा पर उसके हिस्से का कम पानी देने, बाढ़ का पानी अधिक छोड़ने का ठीकरा भी दिल्ली सरकार हरियाणा पर फोड़ती रही है।
भाजपा किसी भी कीमत पर इस बार अरविंद केजरीवाल से सत्ता छीनना चाह रही है। इसके लिए पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। अब 8 फरवरी को मतगणना के दिन ही पता चलेगा कि पार्टी की रणनीति कितनी कामयाब हुई।Delhi Election